दुर्ग 14 दिसंबर 2024 // छत्तीसगढ़ में घुसपैठ कर आए बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमानों को भगाने की तैयारी है। दुर्ग जिले में शुक्रवार को 200 घरों में सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जहां से 20 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया। पुलिस सभी को बस में भरकर थाने ले गई, जहां पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है। मामला भिलाई हथखोज इंडस्ट्रियल एरिया का है।
वहीं आज (शनिवार) सुबह भिलाई के सेक्टर 5 और 6 में पुलिस सर्चिंग कर रही है। 15 से ज्यादा थानों के टीआई और सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने दबिश दी। स्लम इलाकों के साथ लेबर बस्तियों में भी दूसरे राज्यों के अलावा बंगाल के सीमावर्ती इलाकों से काम करने आए लोगों की जांच की जा रही है।
पुलिस पुरानी भिलाई थाने में लाकर सभी पूछताछ की
ये भी पता चला है कि सभी संदिग्धों के पास भारत की नागरिकता के कोई सबूत नहीं मिले हैं। इनके पास ना ही कोई दस्तावेज थे और न ही किसी परमिशन या वीजा पर भारत में आए हैं। इसलिए पुलिस ने सभी लोगों को हिरासत में लिया था। पुलिस पुरानी भिलाई थाने में लाकर सभी पूछताछ की है।
SP के निर्देश पर पुलिस की टीम ने छापेमारी की
दरअसल, दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला और एएसपी सुखनंदन राठौर के निर्देश पर पुलिस की टीम ने छापेमारी की। एएसपी सिटी राठौर ने पुरानी भिलाई पुलिस के साथ बड़ी संख्या में फोर्स लेकर पहुंचे थे। आरोप है कि बांग्लादेश से छिपकर भारत आने वाले रोहिंग्या मुसलमानों को लंबे समय से हथखोज में बसाया जा रहा है।आरोप है कि पुराने समय में आए लोगों ने यहां का आधार और राशन कार्ड तक बनवा लिया है। सड़क किनारे पड़ी सरकारी जमीनों पर सैकड़ों की संख्या में घर बना लिए हैं। अपनी आबादी का पूरा वार्ड बसा लिया है।
किराए पर मकान देने वालों के खिलाफ भी होगी कार्रवाई
एएसपी सिटी राठौर ने बताया कि संदेहियों से थाने में पूछताछ की गई। इसके बाद जब उनके पास कोई दस्तावेज नहीं मिले तो उनके खिलाफ धारा 128 के तहत मामला दर्ज कर एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें एफिडेविट छोड़ दिया गया है। संदिग्ध बांग्लादेश और भारत बॉर्डर इलाके के हैं। दस्तावेजों की जांच जारी है।
साथ ही एएसपी ने कहा कि जिन मकान मालिकों ने बिना वेरिफिकेशन के इन लोगों को मकान किराए पर दिया है, उनके खिलाफ भी धारा 170 के तहत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है। अभी कई लोग गिरफ्तार किए जा सकते हैं।
बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमानों की पहचान कर रही पुलिस
बता दें कि 10 दिसंबर को गृहमंत्री विजय शर्मा दुर्ग दौरे पर पहुंचे थे। उस दौरान उन्होंने मीडिया में बयान दिया था कि छत्तीसगढ़ के सभी राज्यों में बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमानों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। इसके बाद उन्हें वापस उनके देश भेजा जा रहा है।
भूपेश बोले– CG में एक भी रोहिंग्या मुसलमान ढूंढ़कर दिखाएं :
गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा था गांव-गांव में जो घुसपैठ किए वह कौन हैं।
छत्तीसगढ़ में रोहिंग्या मुसलमान और झीरम घाटी जांच को लेकर पूर्व CM भूपेश बघेल ने गृहमंत्री विजय शर्मा के बयान पर पलटवार कर कहा है कि भाजपा रोहिंग्या मुसलमानों की बड़ी चर्चा करती थी। अब उनकी ही सरकार है खोज ले रोहिंग्या मुसलमान।